क्या उम्र की सीमा हो

11:25 AM at 11:25 AM

जैसे सीखने की कोई उम्र नहीं होती वैसे ही प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती जब एक बच्चा दुनिया में जन्म लेता है, प्यार के एहसास को साथ लेकर आता है यह बात अलग है कि वह उसे ठीक से प्रकट नहीं कर पाता, लेकिन अगर हम ध्यान से देखें तो अपनी माँ के प्रति उसके व्यवहार में हम उस प्यार की झलक देख सकते है बड़ा होते-होते वह अपने व्यवहार से इस एहसास को अभिव्यक्त भी करने लगता है

यह बताने का मतलब ये नहीं कि तुम्हें अपने कम उम्र के प्यार को न्यायपूर्वक समझाने का बहाना मिल गया पता है जो तुम्हरी उम्र है वह बहुत भावुक किस्म की होती है कोई मिला, दो चार अच्छी बातें हुई, दिल के तारों में कुछ हलचल हुई, उसके बारे में सोचकर मन में अच्छा सा महसूस हुआ, और बस लगने लगता है कि हमें तो प्यार हो गया हर वक्त उसी के बारे में सोचने को दिल करता है ; उसी से बात करना अच्छा लगता है मगर यह कहाँ की अक्लमन्दी है कि उसके पीछे सब कुछ छोड दिया जाए, यहाँ तक कि पढाई और करियर भी, और दीवानों की तरह बस प्यार का राग अलापना शुरु कर दिया जाए चलो माना कि तुम उम्र के ऐसे दौर से गुज़र रहे हो, जहाँ ऐसा लगता है कि प्यार किया नहीं जाता; हो जाता है मगर दोस्त दिल की दुहाई देते समय उस बात का भी ध्यान रखो कि भगवान ने दिल के ऊपर तुम्हें एक दिमाग भी दिया है ; जिसका इस्तेमाल करके तुम शायद ज़्यादा बेहतर निर्णय ले सको

यह बात सच है कि इस उम्र में पढाई और करियर को लेकर ज़्यादा तनाव रहता है, और किसी के प्रति प्यार का एहसास तुम्हें उन सब चिन्ताओं से दूर एक स्वप्नीली दुनिया में ले जाता है, जहाँ सिर्फ और सिर्फ खुशियां ही दिखाई देती हैं, लेकिन अगर तुम्हारा खुद का ही भविष्य सुरक्षित और सुनिश्चित नहीं है, तो इस स्वप्नीली दुनिया को कड़वी वास्तविक्ता में बदलने में ज़रा भी समय नहीं लगता

ज़िन्दगी में केवल प्यार कर लेना ही पर्याप्त नहीं, यह भी देखना होता है कि हमारा परिवार हमारा समाज उसे किस तरह स्वीकार कर रहा है । हमारी सभ्यता पश्चिमी सभ्यता से अलग है । हमारे जीवन में बहुत सारी बातें बिना कोशिश के शामिल हो जाती है जो हमारे संस्कारों परम्पराओं और संस्कृति की देन होती हैं । हम चाहकर भी उससे अलग नहीं जी सकते ।

वैसे भी जब तुम यह मानते हो कि कोई उम्र नहीं होती, तो फिर इतनी जळी क्या है पहले अपना करियर बना लो, जो लक्ष्य तुमने निश्चित किया है, उसे पा लो, उसके बाद तुम्हें अपना प्यार भी मिल ही जाएगा


Love is not a heart of Life. It is only a part of Life”


[Contributed By : Marutatmaj Singh, ME, IVth year]

2 comments:

Anonymous said...

hi sir..i think you have very beautifully expressed your feelings in such simple words..circumstances really to which most college students fall prey to..really just these wise words as said clicked in my mind "to handle yourself use your mind and to handle others use your heart"

Admin said...

"To handle yourself use your head.. and to handle others use your heart..."
Wow!! That's one beautiful tought. Hope you can throw some more light over the same in the upcoming issues of KNOL. Thanks.